संक्षेप

सुबह उठते ही लिंग में तनाव महसूस होना एक आम और स्वस्थ शारीरिक प्रक्रिया है, जिसे Morning Erection कहा जाता है। यह किसी उत्तेजना का नतीजा नहीं, बल्कि नींद की REM स्टेज, हार्मोन (जैसे टेस्टोस्टेरोन), और नर्वस सिस्टम की प्राकृतिक गतिविधियों का हिस्सा है। इसका आना इस बात का संकेत है कि आपकी यौन सेहत और ब्लड सर्कुलेशन सही से काम कर रहे हैं। अगर अचानक इसमें बदलाव आए, दर्द हो, या इरेक्शन असामान्य रूप से लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। समझदारी इसी में है कि अपने शरीर के इन संकेतों को नजरअंदाज न करें।

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क्या आपको भी सुबह उठते ही लिंग में तनाव (कड़ापन) महसूस होता है और आप नहीं जानते कि ऐसा क्यों होता है?
अगर आपका जवाब हाँ है, तो आपको शायद यह जानकार हैरानी हो कि यह एक बिल्कुल सामान्य और स्वस्थ प्रक्रिया है, जिसे मेडिकल भाषा में मॉर्निंग इरेक्शन कहा जाता है। इसका मतलब यह नहीं कि आप उत्तेजित हुए या आपने कोई सपना देखा, बल्कि यह आपके सोने के तरीके, शरीर के हार्मोन और नसों के काम से जुड़ी एक सामान्य बात है।

इस लेख में हम आसान भाषा में समझाएंगे कि मॉर्निंग इरेक्शन क्यों होता है, इसके पीछे शरीर के कौन-कौन से सिस्टम काम करते हैं, ये कितनी बार होना नॉर्मल है, और कब इसे लेकर डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी हो सकता है।

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क्या आपको नियमित रूप से मॉर्निंग इरेक्शन होता है?
हाँ, लगभग हर दिन
हफ्ते में कुछ बार
महीने में कभी-कभार
बहुत कम या बिल्कुल नहीं

मॉर्निंग इरेक्शन असल में क्या है?

मॉर्निंग इरेक्शन, जिसे मेडिकल भाषा में इसे NPT कहा जाता है, जो बस एक तकनीकी नाम है सुबह होने वाले इरेक्शन का। यह एक प्राकृतिक और सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। इसमें नींद के दौरान या सुबह उठते ही बिना किसी यौन उत्तेजना के लिंग में तनाव (इरेक्शन) आ जाता है।

यह जरूरी नहीं कि आपने कोई सपना देखा हो या उत्तेजित हुए हों, बल्कि यह संकेत है कि आपका नर्वस सिस्टम, हार्मोन बैलेंस और खून का बहाव सही तरीके से काम कर रहा है। नियमित रूप से मॉर्निंग इरेक्शन होना इस बात का सबूत है कि आपकी यौन सेहत सामान्य है।

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Morning erection ka reason simple explanation

यह प्रक्रिया बच्चों से लेकर युवाओं और वयस्कों तक सभी में देखी जाती है [1]
हालांकि, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, खासकर 40 की उम्र के बाद, पुरुषों में मॉर्निंग इरेक्शन की कमी अक्सर हो सकती है, जो कि सामान्य बात है [2]

लेकिन अगर किसी पुरुष को लंबे समय तक मॉर्निंग इरेक्शन नहीं हो रहा, तो यह कुछ स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा कर सकता है, जैसे:

  • इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED)
  • ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत
  • या नर्वस सिस्टम की कमजोरी

ऐसे में डॉक्टर से बात करना ज़रूरी है, ताकि सही कारण पता चल सके और समय पर इलाज हो सके।

सुबह-सुबह लिंग में तनाव क्यों होता है?

अगर आप भी कभी सुबह उठते ही अपने लिंग में तनाव (इरेक्शन) महसूस करते हैं, तो घबराने की कोई जरूरत नहीं, ये बहुत ही आम और एकदम नेचुरल चीज़ है। इसे अक्सर लोग “मॉर्निंग वुड” कहते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार इसकी सही वजह पूरी तरह से साफ़ नहीं है, लेकिन इतना जरूर तय है कि यह एक अच्छा इशारा होता है। इसका मतलब है कि आपके लिंग में खून का बहाव ठीक है और इरेक्शन से जुड़ी नसें और मांसपेशियाँ सही से काम कर रही हैं।

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  • असल में, जब हम सो रहे होते हैं, खासकर उस नींद की स्टेज में जिसे REM स्लीप कहते हैं, यह नींद का वह हिस्सा होता है, जिसमें हम सपने देखते हैं [3]। उस दौरान  हमारे शरीर का एक सिस्टम (नर्व सिस्टम) एक्टिव होता है जो हमें आराम देता है और इरेक्शन को कंट्रोल करता है। इस फेज़ में लिंग में खून का बहाव बढ़ जाता है [4], जिससे अपने आप इरेक्शन हो जाता है।
  • यानि ऐसा नहीं होता कि आपने कुछ सोचा या कोई सपना देखा है, इस वजह से इरेक्शन हुआ है। ये बस शरीर की अपनी एक स्वाभाविक प्रक्रिया है।

Testosterone hormone cycle aur morning erection chart

मॉर्निंग इरेक्शन की कुछ और वजहें 

  • हॉर्मोन का असर: गहरी नींद (REM sleep) के दौरान टेस्टोस्टेरोन और प्रोलैक्टिन जैसे हार्मोन सक्रिय होते हैं, जो इरेक्शन को प्रभावित करते हैं। सुबह टेस्टोस्टेरोन का स्तर सबसे ज्यादा होता है [5], इसलिए बिना उत्तेजना के भी मॉर्निंग इरेक्शन हो सकता है। उम्र बढ़ने पर ये हार्मोन घटते हैं, जिससे मॉर्निंग इरेक्शन की कमी हो सकती है [6]।
  • फुल ब्लैडर: रातभर पेशाब रोके रहने से सुबह मूत्राशय का दबाव लिंग की नसों पर पड़ता है, जिससे इरेक्शन हो सकता है। ये  शरीर के सही काम करने का संकेत है।
  • हल्की छुअन: नींद में कपड़ों की हल्की रगड़ भी लिंग में सिग्नल भेज सकती है, जिससे इरेक्शन हो जाता है।
  • खून के बहाव का काम: REM नींद में नाइट्रिक ऑक्साइड लिंग की मांसपेशियों को ढीला करता है, जिससे खून का बहाव बढ़ता है और तनाव आता है, ठीक वैसे ही जैसे इरेक्शन की दवाएं काम करती हैं। यह प्रक्रिया सामान्य और सेहतमंद होती है।

हम मॉर्निंग इरेक्शन को कभी-कभी ‘हेल्थ चेक बिना टेस्ट’ जैसा मानते हैं ।  यह बताता है कि सब कुछ सही दिशा में चल रहा है। अगर कभी-कभी नहीं हो तो चिंता की बात नहीं, पर अगर लगातार न हो, तो डॉक्टर से बात ज़रूरी हो सकती है।

कितनी बार मॉर्निंग इरेक्शन आना “नॉर्मल” है?

इसका कोई एक सही जवाब नहीं है। कोई रोज़ सुबह इरेक्शन महसूस करता है, तो कोई हफ्ते में एक या दो बार। यह आपके शरीर, उम्र, तनाव, नींद और हेल्थ पर निर्भर करता है। लेकिन अगर आपको लगता है कि आपके पैटर्न में अचानक बदलाव आया है, तो इस बारे में डॉक्टर से ज़िक्र करें

REM sleep aur morning erection connection infographic

मॉर्निंग इरेक्शन कब चिंता की बात होती है?

यूँ तो मॉर्निंग इरेक्शन का आना अच्छी बात होती है, क्योंकि यह आपके शरीर को स्वस्थ बताने का अच्छा तरीका है, पर कुछ मामलों में डॉक्टर से बात करना समझदारी हो सकती है। 

  • अगर इरेक्शन में दर्द हो या लिंग झुका हुआ लगे [8]: यह किसी समस्या का संकेत हो सकता है।
  • अगर अचानक मॉर्निंग इरेक्शन बंद हो जाए: यह हार्मोन, नस या ब्लड फ्लो से जुड़ी दिक्कत हो सकती है।
  • अगर इरेक्शन 1 घंटे से ज़्यादा रहे: यह priapism हो सकता है, जो मेडिकल इमरजेंसी है और तुरंत इलाज की ज़रूरत होती है [9]।

मॉर्निंग इरेक्शन कैसे बढायें?

  • गहरी और पूरी नींद लें
  • नियमित एक्सरसाइज करें
  • तनाव कम करें
  • हेल्दी डाइट लें
  • शराब और स्मोकिंग से दूरी बनाएं

निष्कर्ष

मॉर्निंग इरेक्शन शर्म की बात नहीं है, बल्कि यह इस बात का संकेत है कि आपके शरीर का सेक्सुअल सिस्टम स्वस्थ है। अगर इसमें अचानक कोई बदलाव आता है या तकलीफ होती है, तो मॉर्निंग इरेक्शन नहीं होता है क्या करें, इसका जवाब है, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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