संक्षेप

महिलाओं में कामेच्छा कम होना तनाव, हार्मोनल बदलाव, रिश्तों की समस्याओं या कुछ दवाओं के कारण हो सकता है, और इसका इलाज केवल एक “जोश की गोली” पर निर्भर नहीं होता। Flibanserin और Bremelanotide जैसी दवाएँ कुछ देशों में उपयोग होती हैं, जबकि टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन थेरेपी मेनोपॉज़ में फायदेमंद हो सकती हैं, लेकिन ये सब केवल डॉक्टर की सलाह पर ही सुरक्षित हैं। लाइफस्टाइल सुधार, काउंसलिंग, और हेल्दी संवाद यौन इच्छा बढ़ाने में दवाओं जितना ही असर दिखाते हैं। सप्लीमेंट या ऑनलाइन मिलने वाली “जोश की गोली” बिना मेडिकल गाइडेंस के लेना जोखिम भरा हो सकता है।

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महिलाओं में यौन इच्छा या कामेच्छा में कमी एक सामान्य लेकिन अक्सर अनदेखी समस्या है। इसे Hypoactive Sexual Desire Disorder (HSDD) भी कहा जाता है। कामेच्छा कम होना किसी भी उम्र में हो सकता है – तनाव, हार्मोनल बदलाव, संबंधों की समस्याओं, या कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स की वजह से। सही इलाज और महिलाओं में कामेच्छा बढ़ाने की दवाएँ मदद कर सकती हैं, लेकिन इसके साथ जीवनशैली और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी जरूरी है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे महिलाओं में कामेच्छा कम होने के कारण क्या हैं, इसको कैसे बढ़ाया जा सकता है और कामेच्छा बढ़ाने वाली दवाओं के साइड इफेक्ट्स क्या हैं। 

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क्या आपने कभी महिलाओं की “जोश की गोली” के बारे में ऑनलाइन पढ़ा है?
हाँ, लेकिन भरोसा नहीं होता
हाँ, और मैंने ट्राय करने का सोचा था
नहीं, पहली बार सुन रही/रहा हूँ
ऑनलाइन दिखती हैं लेकिन असली-सुरक्षित लगती नहीं

महिलाओं में कामेच्छा कम होने के मुख्य कारण

mahilaon me low libido ke karan

  • हार्मोनल बदलाव
      • मेनोपॉज़ या पीरियड्स के दौरान एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का स्तर घट सकता है।
      • यह योनि की सूखापन, दर्द और कामेच्छा में कमी ला सकता है।[1]
  • मानसिक स्वास्थ्य और तनाव
    • डिप्रेशन, चिंता, थकान और काम का तनाव यौन इच्छा को प्रभावित कर सकते हैं।
    • मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण सेक्स में आनंद कम हो सकता है।[2]
  • रिश्तों की समस्याएँ: पार्टनर से खुलकर बात न करना या अंतरंगता की कमी कामेच्छा घटा सकती है।
  • कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स: कुछ एंटी-डिप्रेशन दवाएँ (SSRI) या ब्लड प्रेशर की दवाएँ यौन इच्छा पर असर डाल सकती हैं।
    अन्य शारीरिक समस्याएँ: थायरॉइड, डायबिटीज़, उच्च कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग भी कामेच्छा को प्रभावित कर सकते हैं।

मार्केट में मिलने वाली कई ‘जोश बढ़ाने वाली’ गोलियाँ वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हैं। सुरक्षित तरीका यही है कि पहले जांच करवाई जाए और फिर सही इलाज की दिशा चुनी जाए।

महिलाओं में कामेच्छा बढ़ाने वाली दवाएँ

फ्लिबानसेरिन (Addyi)

  • यह दवा खासतौर से प्रीमेनोपॉज़ल महिलाओं के लिए बनी है।[3]
  • दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर को संतुलित करके यौन इच्छा बढ़ाती है।
  • रोजाना लेने पर असर दिख सकता है।
  • साइड इफेक्ट्स: थकान, चक्कर, हल्का सिरदर्द।

ब्रीमलैनोटाइड (Vyleesi)

  • सेक्स से पहले इस्तेमाल की जाने वाली दवा है।
  • मूड और यौन उत्तेजना बढ़ाती है।[4]
  • साइड इफेक्ट्स: मतली, चेहरा लाल होना, सिरदर्द।

mahilaon me kamechchhaa badhane ke liye prescribed medicines

टेस्टोस्टेरोन थेरेपी

  • हार्मोन स्तर बढ़ाकर लिबिडो सुधारती है।
  • खासकर मेनोपॉज़ के बाद उपयोगी होती है।[5]
  • साइड इफेक्ट्स: बालों में बढ़ोतरी, स्किन पर बदलाव।

एस्ट्रोजन थेरेपी

  • सूखापन और दर्द कम करती है।
  • योनि को स्वस्थ और सेक्स को आरामदायक बनाती है।[6]

प्रास्ट्रोन (Intrarosa) और ओस्पेमिफेन (Osphena)

  • विशेष रूप से योनि सूखापन और दर्द के लिए दी जाती है।
  • यौन संतोष और आनंद में सुधार करती हैं।

दवाओं के अलावा कामेच्छा बढ़ाने के उपाय

काउंसलिंग और सेक्स एजुकेशन

  • सेक्स थेरेपिस्ट या काउंसलर से बात करना मदद करता है।
  • यौन प्रतिक्रिया, तकनीक और जोड़े के अभ्यास सीख सकते हैं।
  • रिश्तों की अंतरंगता बढ़ाने के लिए काउंसलिंग कारगर है।[7]

Aga dawaiyan nahi kam karti to counselling, hormone testing, therapy, lifestyle changes etc ki madad li ja sakti hai mahilaon me kamechchha badhane ke liye

लाइफस्टाइल बदलाव

  • व्यायाम: नियमित वॉक, योग, या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग।
  • तनाव कम करना: मेडिटेशन, डायरी लेखन, हॉबी।
  • पार्टनर से बात करें: खुला संवाद और नई चीज़ों को आजमाना।
  • इंटिमेसी का समय निर्धारित करें: शेड्यूलिंग से कामेच्छा में सुधार।

सप्लीमेंट्स और हर्बल उपाय

  • मैका रूट, रेड जिंसेंग, अश्वगंधा, ट्रिबुलस।
  • तनाव कम करने और हार्मोन संतुलन में मदद कर सकते हैं।
  • महत्वपूर्ण: डॉक्टर की सलाह के बिना सप्लीमेंट न लें।

कामेच्छा बढ़ाने वाली दवाओं के संभावित दुष्प्रभाव

  • मतली, थकान, सिरदर्द
  • बालों या त्वचा में बदलाव (हार्मोनल दवाओं में)
  • ब्लड प्रेशर या हार्मोन स्तर पर असर
  • कभी-कभी मूड में बदलाव

निष्कर्ष

महिलाओं में कामेच्छा कम होना सामान्य है, लेकिन इससे मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों पर असर पड़ सकता है। सही दवा, लाइफस्टाइल बदलाव और काउंसलिंग से इस समस्या को काफी हद तक सुधारा जा सकता है।

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