Erectile Dysfunction के लिए योग: 5 पोज़ जो कर सकते हैं मदद

इरेक्शन से जुड़ी समस्याओं के लिए योग एक प्रभावी और साइड इफेक्ट-फ्री उपाय है जो रक्त संचार बढ़ाता है, तनाव कम करता है और पेल्विक मसल्स को मजबूत बनाता है। अश्विनी मुद्रा, भुजंगासन, पश्चिमोत्तानासन, कपालभाति, मलासन और सेतु बंधासन जैसे योगासन लिंग की कमजोरी के लिए योग के तौर पर बेहद कारगर माने जाते हैं। ये न सिर्फ इरेक्शन बेहतर करते हैं, बल्कि सेक्स पावर और स्टैमिना भी बढ़ाते हैं। नियमित अभ्यास से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों में संतुलन आता है।
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी, अनहेल्दी खानपान, और स्ट्रेस से पुरुषों में यौन समस्याएं आम हो गई हैं, जिनमें इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile Dysfunction) यानी लिंग में तनाव या कठोरता की कमी एक बड़ी परेशानी बनकर उभरी है। कई लोग इसे “लिंग की कमजोरी”, “नपुंसकता” या “इरेक्शन की समस्या” भी कहते हैं।
हालांकि मेडिकल ट्रीटमेंट्स उपलब्ध हैं, लेकिन योग एक प्राकृतिक, सुरक्षित और संपूर्ण समाधान प्रदान करता है। इरेक्शन के लिए योगासन ना सिर्फ शारीरिक रूप से फायदेमंद हैं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी संतुलित करते हैं, जिससे समस्या की जड़ पर असर होता है।
योग ईडी के लिए फायदेमंद क्यों है?
योग केवल एक व्यायाम ही नहीं है, बल्कि पूरी जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा के बीच बैलेंस बनाती है। कई बार इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED) के पीछे सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक कारण भी होते हैं, जैसे तनाव, चिंता, आत्मविश्वास की कमी या रिश्तों से जुड़ा तनाव।
ED में योग के फायदे:
- योग से रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे लिंग की नसों में खून का बहाव सही से होता है और इरेक्शन में मदद मिलती है।
- नियमित योग अभ्यास से पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं, जो इरेक्शन को बनाए रखने में सहायक होती हैं [1]।
- यह तनाव और मानसिक दबाव को कम करता है, जिससे प्रदर्शन से जुड़ी घबराहट (Performance Anxiety) भी घटती है [2]।
- कुछ योगासन सेक्स पावर और स्टैमिना बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे संपूर्ण यौन स्वास्थ्य में सुधार होता है।
इसलिए, इरेक्शन के लिए योगासन सिर्फ एक इलाज नहीं बल्कि एक प्राकृतिक समाधान हैं जो पूरे शरीर को संतुलित और स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।
Allo Health पर 70,000 से ज्यादा ED केसों की स्टडी में पाया गया कि जिन पुरुषों ने तनाव कम करने वाले योग और प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में जोड़ा, उन्हें केवल इरेक्शन ही नहीं, बल्कि सेक्स स्टैमिना, आत्मविश्वास और रिश्तों में भी सुधार महसूस हुआ।
ईडी के लिए बेस्ट योग: योगासन जो इरेक्शन बढ़ाएं और लिंग की कमजोरी दूर करें
सिद्धासन ( Accomplished Pose)
यह ध्यान लगाने के लिए उपयुक्त मुद्रा है जो पेल्विक एरिया में रक्त संचार को सुधारती है [3]। इसे लिंग टाइट करने वाला योग भी कहा जा सकता है।
कैसे करें:
- सीधे बैठें, दोनों पैर फैलाएं।
- बाएं पैर को मोड़कर दाहिने जांघ के नीचे रखें।
- दाहिने पैर को मोड़कर उसके एड़ी को प्यूबिक बोन से स्पर्श करवाएं।
- आंखें बंद कर गहरी सांस लें और ध्यान केंद्रित करें।
पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)
लिंग टाइट करने वाला योग के रूप में, पश्चिमोत्तानासन पेल्विक मसल्स को मज़बूती देता है और इरेक्शन के लिए जरूरी ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।
कैसे करें:
- सीधे बैठें, पैर सामने फैलाएं और रीढ़ सीधी रखें।
- सांस भरते हुए हाथ ऊपर उठाएं और सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे झुकें।
- दोनों हाथों से पैरों के अंगूठे पकड़ें और माथा घुटनों से मिलाने की कोशिश करें।
- इस स्थिति में कुछ सेकंड रुकें और फिर धीरे-धीरे वापिस आएं।
उत्तानपादासन (Raised Leg Pose)
यह आसन लोअर बॉडी की मांसपेशियों को टोन करता है और पेल्विक रीजन में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है। यह ईडी के लिए बेस्ट योग में से एक माना जाता है।
कैसे करें:
- पीठ के बल लेट जाएं, हाथ साइड में रखें।
- दोनों पैरों को एक साथ 30 डिग्री के कोण पर ऊपर उठाएं।
- सिर को भी हल्का ऊपर उठाएं और कुछ सेकंड इस स्थिति में रहें।
- धीरे से वापिस आएं और दोहराएं।
धनुरासन (Bow Pose)
यह पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को तेज करता है और ऑर्गैज़्म को ज्यादा संतोषजनक बनाता है। इसे सेक्स पावर बढ़ाने वाले योग में शामिल किया जाता है।
कैसे करें:
- पेट के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और टखनों को पकड़ें।
- सांस भरते हुए छाती और जांघों को ऊपर उठाएं।
- इस पोज़ को 10-15 सेकंड होल्ड करें और फिर धीरे से छोड़ें।
नौकासन (Boat Pose)
यह योगासन एब्डोमिनल और थाई मसल्स को मजबूत करता है और सेक्सुअल स्टैमिना बढ़ाने में मदद करता है। यह योग लिंग की कमजोरी के लिए योग का अच्छा उदाहरण है।
कैसे करें:
- पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को साइड में रखें।
- सांस छोड़ते हुए छाती और पैरों को एक साथ ऊपर उठाएं, शरीर एक नाव की आकृति ले ले।
- इस मुद्रा को 10 सेकंड तक बनाए रखें और धीरे-धीरे छोड़ें।
योग एक ऐसा इलाज है जिसमें दवा की ज़रूरत नहीं पड़ती, लेकिन असर लंबे समय तक रहता है, खासकर अगर आप इसे रोज़ की आदत बना लें।
ईडी के इलाज में योग कितना असरदार है?
कई स्टडीज़ में यह पाया गया है कि नियमित योगाभ्यास से इरेक्टाइल फंक्शन में सुधार होता है। एक रिसर्च के अनुसार, 12 सप्ताह तक योग करने वाले पुरुषों ने सेक्सुअल परफॉर्मेंस, आत्मविश्वास और पार्टनर संतुष्टि में बेहतर परिणाम दिखाए [4]।
योग न केवल हार्ड इरेक्शन लाने में मदद करता है बल्कि सेक्स के दौरान लंबे समय तक टिकने की क्षमता भी देता है। यही कारण है कि आज कई पुरुष इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए योग अभ्यास को नियमित दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं।
कुछ टिप्स जो योग के साथ मिलकर असर बढ़ा सकते हैं
- हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लें जिसमें हरी सब्ज़ियां, ड्राई फ्रूट्स, और प्रोटीन हो।
- स्मोकिंग और शराब से दूर रहें क्योंकि ये खून के बहाव को बाधित करते हैं।
- पर्याप्त नींद लें। 7-8 घंटे की नींद शरीर को रिकवर करने में मदद करती है।
- अपने पार्टनर से खुलकर बात करें जिससे स्ट्रेस कम होगा।
- योग हमेशा किसी इंस्ट्रक्टर की देख रेख में ही करें। गलत योगासन से आपको लाभ के बजाय हानि हो सकती है।
निष्कर्ष
अगर आप लिंग की कमजोरी, इरेक्शन की कमी या सेक्स स्टैमिना से जुड़ी किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं, तो योग एक कारगर और साइड-इफेक्ट-फ्री उपाय है। ईडी के लिए बेस्ट योग न सिर्फ शरीर को मज़बूत करते हैं बल्कि दिमाग को भी शांत रखते हैं जो कि सेक्सुअल हेल्थ के लिए उतना ही जरूरी है। तो आज से ही अपने रूटीन में योग को शामिल करें और खुद फर्क महसूस करें। शुरू में हर योगासन 5-10 मिनट के लिए करें और फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
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