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लिंग खड़ा न होना (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) एक आम लेकिन इलाज योग्य समस्या है। यह अक्सर ब्लड फ्लो की कमी, तनाव, मेडिकल कंडीशन या गलत लाइफस्टाइल के कारण होता है। हल्के मामलों में व्यायाम, नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट से सुधार हो सकता है। गंभीर स्थिति में दवाएं, थेरेपी या मेडिकल ट्रीटमेंट फायदेमंद होते हैं। सही इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।

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क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि उत्तेजना के बावजूद आपका लिंग खड़ा नहीं हो पाया या सेक्स के दौरान लिंग ढीला पड़ गया? क्या इस वजह से आप शर्मिंदगी या ग्लानि महसूस करते हैं? या कहीं आपको ये तो नहीं लगता है कि आप “कमजोर” हैं? अगर इन सवालो के लिए आपका जवाब हाँ है और बार बार ऐसा हो रहा है तो इस स्थिति को आम भाषा में “लिंग का खड़ा न होना” और डॉक्टर्स की भाषा में “इरेक्टाइल डिसफंक्शन/स्तंभन दोष/ईडी” कहा जाता है। अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह एक ऐसी स्थिति है जो आपको सेक्स के लिए पर्याप्त रूप से कड़ा इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने से रोकती है [1]। शोध के अनुसार, दुनियाभर में 14% से 48% पुरुष इस समस्या से प्रभावित हैं, और उम्र के साथ यह दर बढ़ती जाती है [2]। 

लेकिन हमारे समाज में सेक्सुअल हेल्थ पर खुलकर बात न होने से लोगों को अपनी समस्याओं के बारे में आधी अधूरी जानकारी ही मिल पाती है, जिसकी वजह से उन्हें यह समझने का मौका ही नहीं मिलता कि ‘लिंग का खड़ा न होना’ एक सामान्य और इलाज योग्य समस्या है, न कि मर्दानगी की कमी। ऐसे में बहुत से लोग इंटरनेट पर जिनका खड़ा नहीं होता उसकी दवा या 1 मिनट में पुरुषों का खड़ा हो जाए कौन सी क्रीम है जैसी चीज़ें ढूंढने लगते हैं, लेकिन हर समाधान सभी के लिए सही नहीं होता।

लिंग खड़ा न होने की वजहें

वैसे तो हर पुरुष का अनुभव अलग होता है, लेकिन कई बार कुछ आम कारणों की वजह से लिंग खड़ा नहीं होता। आइए जानते हैं वो कौन-कौन सी वजहें हो सकती हैं:

शराब, सिगरेट या नशे की लत

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  • शराब: थोड़ी-बहुत शराब से कुछ नहीं होता, लेकिन अगर आदत बन जाए, तो यह नसों को नुकसान पहुंचाती है। इससे लिंग में खून का बहाव रुक सकता है, यानी लिंग खड़ा नहीं होता [3]
  • सिगरेट: धुएं में मौजूद जहरीले पदार्थ नसों को सख्त और संकरी बना देते हैं, जिससे लिंग तक खून नहीं पहुंच पाता। एक शोध के अनुसार, स्मोकिंग करने वाले पुरुषों में 14 साल की अवधि में ईडी होने का रिस्क 1.4 गुना ज़्यादा होता है [4]
  • ड्रग्स: कोकीन, MDMA, केटामाइन जैसे ड्रग्स नसों को संकरा बना देते हैं, और इनके लंबे समय तक इस्तेमाल से लिंग में हमेशा के लिए कमजोरी आ सकती है।

कोई मेडिकल कंडीशन 

  • कुछ बीमारियां शरीर के अंदर धीरे-धीरे असर डालती हैं और लिंग में खून के बहाव को रोक देती हैं। जैसे- डायबिटीज, हाई बीपी, पार्किंसंस डिजीज, मोटापा, हार्ट प्रॉब्लम, या पेरोनी डिजीज (लिंग में टेढ़ापन) [5] [6]।  

दवाइयों के साइड इफेक्ट

  • कई बार हम ऐसी दवाइयाँ लेते हैं जिनके बारे में हमें नहीं पता होता कि वो सेक्स लाइफ को भी प्रभावित कर सकती हैं, जैसे- दर्द निवारक दवाएं (ओपिऑइड्स), एंटी-डिप्रेसेंट्स, ब्लड प्रेशर की दवाइयाँ या हार्मोन या कीमोथैरेपी की दवाएं [7]। 

चोट या सर्जरी का असर

  • अगर कभी पेल्विक एरिया में चोट लगी हो, या प्रोस्टेट सर्जरी या रेडिएशन हुआ हो, तो इससे नसों और खून के बहाव पर असर पड़ सकता है। जिसकी वजह से लिंग नहीं खड़ा होता।

मानसिक वजहें – तनाव, बेचैनी, डिप्रेशन

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  • कई बार दिमाग ही शरीर का साथ नहीं देता। स्ट्रेस, अपराधबोध, परफॉर्मेंस का डर या कम आत्मविश्वास, ये सब लिंग खड़ा होने की प्रक्रिया में बाधा बन सकते हैं। इनसे बचने के लिए योग या ध्यान का सहारा लें, पार्टनर से खुलकर बात करें, थेरेपी या सेक्स काउंसलिंग लें और फिर भी अगर ज़रुरत हो तो डॉक्टर से सलाह लेकर आप लिंग खड़ा करने की दवाएं भी ले सकते हैं, और अगर ज़रूरत हो तो डॉक्टर से सलाह लेकर 1 मिनट में पुरुषों का खड़ा हो जाए कौन सी क्रीम है जैसे विकल्पों के बारे में जान सकते हैं, लेकिन बिना डॉक्टर की राय के इस्तेमाल न करें। 

Allo Health के डेटा के अनुसार, 2,00,000 मरीजों में से हर 2 में से 1 व्यक्ति को इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED) की समस्या थी। यह दिखाता है कि यह समस्या कितनी ज़्यादा आम है, लेकिन फिर भी लोग इसके बारे में खुलकर बात नहीं करते।

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लिंग के खड़ा न होने का इलाज क्या है?

“लिंग का खड़ा न होना” एक आम लेकिन सीरियस परेशानी है, और अच्छी बात ये है कि इसका इलाज बिल्कुल संभव है। बहुत से लोग सोचते हैं कि इसका हल सिर्फ वियाग्रा जैसी गोलियों में है, लेकिन सच्चाई ये है कि इलाज हर किसी के लिए अलग हो सकता है, क्योंकि हर शरीर, हर कारण, और हर अनुभव अलग होता है। इसलिए जरूरी ये है कि सही वजह को समझा जाए और उसी हिसाब से इलाज चुना जाए। नीचे ईडी से निपटने के 2 असरदार इलाज बताये गए हैं:

  • जीवनशैली में बदलाव: जो आप घर बैठे खुद कर सकते हैं 
  • मेडिकल इलाज: जो डॉक्टर की सलाह से किया जाता है

जीवनशैली में बदलाव:

अगर आपकी ED की वजह तनाव, थकान, खराब आदतें या शारीरिक कमजोरी है, तो ये बदलाव बहुत असरदार हो सकते हैं:

  • कार्डियो एक्सरसाइज करें: हफ्ते में कम से कम 3 बार, 45 मिनट की तेज़ चाल, दौड़, तैराकी या साइकिलिंग करें। इससे खून का बहाव बेहतर होता है जिससे लिंग खड़े होने में मदद मिलती है। एक अध्ययन के अनुसार, नियमित व्यायाम ईडी के जोखिम को 30% तक कम कर सकता है।
  • भरपूर नींद लें: रोज़ाना 7–8 घंटे की नींद से हार्मोन संतुलन में रहता है।  
  • स्मोकिंग और शराब को कम करें
  • पोर्न कम देखें: ज्यादा पोर्न देखने से आप असल ज़िन्दगी में ज्यादा उत्तेजित नहीं हो सकते [8]। 
  • पार्टनर से खुलकर बात करें: अपनी चिंता और परेशानी के बारे में अपने पार्टनर से खुल कर बात करें, जिससे आपको मानसिक तनाव कम हो। 

अगर इन बदलावों के बावजूद सुधार न हो, तो किसी एक्सपर्ट से मिलकर जिनका खड़ा नहीं होता उसकी दवा के सही विकल्प के बारे में जानकारी लें।

कई बार लोग दवाएं खुद से लेना शुरू कर देते हैं, लेकिन बिना कारण समझे इलाज करना अक्सर नतीजे बिगाड़ सकता है।

मेडिकल इलाज:

अगर समस्या बार-बार हो रही है या गंभीर हो गई है, तो ये इलाज असरदार हो सकते हैं:

डॉक्टर से खुल कर बात करें:

सबसे पहला कदम है, सेक्सुअल हेल्थ एक्सपर्ट या यूरोलॉजिस्ट से सलाह लेना। डॉक्टर आपकी स्थिति को समझकर सही टेस्ट और इलाज सुझाएंगे। खुद से अंदाज़ा लगाना या इलाज लेना नुकसानदायक हो सकता है।

दवाइयां

कुछ असरदार दवाएं हैं जो खून का बहाव बढ़ाकर लिंग को खड़ा करने में मदद करती हैं:

  • सिल्डेनाफिल (Viagra)
  • टाडालाफिल (Cialis)
  • वार्डेनाफ़िल, अवानाफ़िल जैसे अन्य विकल्प
  • टेस्टोस्टेरोन थेरेपी

जब शरीर में टेस्टोस्टेरोन कम हो, तब जेल, इंजेक्शन, पैच या टेबलेट्स से टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाया जाता है [9]

Man practicing yoga meditation in a bright, green environment, surrounded by plants and sunlight, symbolizing stress relief and mental wellness. Key lifestyle changes that can help improve erectile function and sexual health.

सेक्स थेरेपी या काउंसलिंग

अगर परेशानी मानसिक है, जैसे तनाव, आत्मविश्वास की कमी, परफॉर्मेंस का डर, तो सेक्स थेरेपी या साइकोथेरेपी बहुत असरदार साबित हो सकती है [10]

नई तकनीकें

अगर आम इलाज काम न करे, तो डॉक्टर PRP थेरेपी, वैक्यूम डिवाइसेज़, शॉकवेव थेरेपी या पेनाइल इम्प्लांट सर्जरी जैसे विकल्प भी सुझा सकते हैं।

निष्कर्ष

अगर लिंग खड़ा नहीं हो रहा है, तो सबसे पहले खुद को दोष देना बंद कीजिए। ये आपकी मर्दानगी का सवाल नहीं है, ये सिर्फ एक हेल्थ इश्यू है, और बिल्कुल ठीक किया जा सकता है। बहुत से लोग ये बात किसी से कह नहीं पाते, और चुपचाप गूगल पर दवा ढूंढने लगते हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि इलाज तभी असर करता है जब पहले सही वजह समझी जाए। सही समय पर 1 मिनट में पुरुषों का खड़ा हो जाए कौन सी क्रीम है  या डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवा के बारे में जानना और उचित इलाज अपनाना ही सही तरीका है।

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