ओरल सेक्स क्या है? इसे कैसे करें और किन बातों का ध्यान रखें? पूरी जानकारी
ओरल सेक्स एक यौन क्रिया है जिसमें मुँह, होंठ, या जीभ का उपयोग कर पार्टनर के जननांगों को उत्तेजित किया जाता है। इसमें यौन संक्रमणों (STIs) जैसे हरपीज़, गोनोरिया, सिफलिस, और HPV का खतरा हो सकता है, इसलिए कंडोम और डेंटल डैम का इस्तेमाल करना ज़रूरी है। ओरल सेक्स शारीरिक सुख और भावनात्मक जुड़ाव बढ़ा सकता है, लेकिन इसे सुरक्षित तरीके से करना बहुत ज़रूरी है। नियमित STI जांच और स्वच्छता का ध्यान रखें।
ओरल सेक्स को लेकर बहुत से सवाल लोगों के मन में होते हैं, कि ओरल सेक्स क्या है, ओरल सेक्स कैसे करें, और क्या ओरल सेक्स सही है। एक ओर यह यौन आनंद बढ़ाने का तरीका माना जाता है, वहीं दूसरी ओर इसके बारे में कई गलतफहमियाँ और डर भी मौजूद हैं। अगर आप यह समझना चाहते हैं कि ओरल सेक्स मीनिंग इन हिंदी क्या है, इसे कैसे किया जाता है, और ओरल सेक्स करने से क्या होता है, तो यह आर्टिकल आपके लिए है।
यहाँ आप जानेंगे कि ओरल सेक्स क्या होता है, इसके अलग-अलग प्रकार क्या हैं, इसे सुरक्षित तरीके से कैसे करें, ओरल सेक्स के फायदे और नुकसान क्या हैं, कौन-कौन सी ओरल सेक्स पोजीशन आसान और आरामदायक होती हैं, और ओरल सेक्स के साइड इफेक्ट या इन्फेक्शन (ओरल सेक्स इन्फेक्शन) से बचने के तरीके क्या हैं।
ओरल सेक्स क्या होता है?
ओरल सेक्स का मतलब होता है, अपने मुँह, होंठ या जीभ से अपने पार्टनर के जननांगों (लिंग या योनि) या गुदा (anus) को उत्तेजित करना।[1] इसका आनंद सभी जेंडर के लोग ले सकते हैं और यह किसी भी प्रकार की सेक्सुअल रिलेशनशिप का हिस्सा बन सकता है। इसे आमतौर पर फोरप्ले का हिस्सा माना जाता है, लेकिन कई लोग इसे एक पूरा सेक्सुअल अनुभव भी मानते हैं।
इसके जरिए शरीर के संवेदनशील हिस्सों को प्यार से छुआ, सहलाया, चूमा और चाटा जाता है, जिससे यौन सुख (sexual pleasure) बढ़ता है और दोनों के बीच का भावनात्मक जुड़ाव भी मज़बूत होता है।
ओरल सेक्स के प्रकार
मेडिकल भाषा में ओरल सेक्स को तीन हिस्सों में बाँटा गया है [1]:
- कुनिलिंगस (Cunnilingus): इसमें महिला के जननांग यानी योनि, वल्वा (योनि का बाहरी हिस्सा) और क्लिटोरिस (भगशेफ) को जीभ, होंठ या मुँह से चूमा या चाटा जाता है। आम बोलचाल में इसे “going down on her” या “oral on a woman” कहा जाता है।
- फिलेशियो (Fellatio): यह पुरुष के लिंग को मुँह से उत्तेजित करने का तरीका है। इसमें चूसना, चाटना या लिंग को मुँह में लेना शामिल होता है। इसे “blow job”, “giving head”, या “BJ” भी कहा जाता है। इसमें लिंग के अलावा अंडकोष (testicles) को भी चूमा और चाटा जाता है।
- एनलिंगस या रिमिंग (Anilingus/Rimming): इसमें मुँह से गुदा (anus) को चाटा जाता है, जिसे आमतौर पर “rimming” कहा जाता है। इसमें बैक्टीरिया और इंफेक्शन का खतरा ज़्यादा होता है, इसलिए इसे करने से पहले साफ-सफाई और हाइजीन का विशेष ध्यान ज़रूरी है।
ओरल सेक्स कैसे करें?
शुरुआत में धीमे और सेंसिटिव तरीके से आगे बढ़ें, और हर स्टेप पर पार्टनर की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें। क्लिटोरिस और लिंग की नोक बहुत संवेदनशील हिस्से होते हैं, इसलिए वहां शुरुआत में बहुत हल्के टच या जीभ के हल्के मूवमेंट से काम करें।
वल्वा (योनि) पर ओरल सेक्स के लिए:
- शुरुआत एक हल्के, छेड़छाड़ भरे अंदाज़ में करे, पहले किसिंग, गले लगाकर या कपड़ों के ऊपर से छू कर माहौल बनाएं।
- जब पार्टनर सहज महसूस करें, तो जीभ से वल्वा के नीचे से ऊपर की ओर लंबी, नरम स्ट्रोक्स दें।
- क्लिटोरिस के ऊपर की स्किन को हल्के से उंगली से उठाएं और जीभ से छोटे-छोटे गोल घेरे बनाएं, ज़्यादा दबाव न डालें।
- एक बार जब आपको लगे कि उन्हें अच्छा लग रहा है, तो वही गति और दिशा बनाए रखें, ज़्यादा बार मूवमेंट बदलने से मज़ा बीच में रुक सकता है।
लिंग पर ओरल सेक्स के लिए:
- जीभ या होंठों से लिंग के सिरे से शुरुआत करें और धीरे-धीरे जड़ की तरफ बढ़ें।
- फ्रेनुलम (लिंग के नीचे का V शेप हिस्सा) को हल्के से छूना या चाटना काफी असरदार हो सकता है।
- अब लिंग के बेस को हाथ से पकड़ें और ऊपरी हिस्से को धीरे-धीरे मुँह में लें, जितना आरामदायक लगे उतना ही करें।
- होठों की हल्की पकड़ और धीरे धीरे चूसने से भी काफी आनंद मिल सकता है।
- हल्की आवाज़ें या पॉज़िटिव रिएक्शन देते रहें, जिससे आपके पार्टनर को यह महसूस होता रहे कि आपको भी इसका आनंद मिल रहा है।
अगर आप ओरल सेक्स में नए हैं, तो धीरे-धीरे शुरुआत करें और ध्यान दें कि क्या दोनों पार्टनर के लिए आरामदायक है। जितना अधिक आरामदायक होंगे, उतना ही यह अनुभव सुखद होगा।
ओरल सेक्स की पोज़िशन्स (ओरल सेक्स पोजीशन)
- लेट जाएं और एक्सप्लोर करें: पार्टनर को पीठ के बल लिटाएं, घुटनों के बीच में आकर ओरल सेक्स करें।
- चेहरे पर बैठना (Face-sitting): पार्टनर आपके चेहरे पर बैठे। इससे उन्हें कंट्रोल मिलता है और उन्हें ज़्यादा संतुलन मिलता है।
- सिट एंड सक: एक कुर्सी पर पार्टनर बैठे हों और आप सामने घुटनों के बल। या आप बैठे हों और वो खड़े होकर आपके पास आ जाएं।
- हेड ऑफ बेड: पार्टनर बेड के किनारे लेटे हों, आप घुटनों पर बैठें।
- 69: दोनों एक साथ एक-दूसरे को ओरल सेक्स दें। यह आपसी आनंद का तरीका हो सकता है [2]।
ओरल सेक्स से जुड़ी गलतफहमियाँ
1. ओरल सेक्स हमेशा गंदा होता है
इसमें गंदगी और बैक्टीरिया तब ही बढ़ते हैं जब सफाई पूरी न हो। नियमित रूप और सावधानी से साफ़ करने पर ओरल सेक्स सेफ और आनंददायक हो सकता है।
2. ओरल सेक्स पूरी तरह सुरक्षित है, इसमें कोई STI का खतरा नहीं होता
ओरल सेक्स में HSV, HPV, गोनोरिया जैसे कई अन्य संक्रमण फैल सकते हैं [3], खासकर जब पार्टनर का STI स्टेटस पता न हो। इसलिए कंडोम या डेंटल डैम का इस्तेमाल जरूरी है [4]।
3. ओरल सेक्स से प्रेगनेंसी हो सकती है
प्रेगनेंसी तभी होती है जब शुक्राणु अंडे से योनि में मिलता है, जो ओरल सेक्स में नहीं होता। अगर सीमेन (वीर्य) निगला भी जाए, तो वो पेट के रास्ते जाता है, न कि योनि में।
4. ओरल सेक्स से पहले और बाद में ब्रश करना ज़रूरी है
ब्रश या फ्लॉस करने से मुंह में छोटे कट लग सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए ओरल सेक्स से पहले और बाद में सिर्फ सादे पानी से कुल्ला करें।[5] मुंह को फ्रेश रखने के लिए किसी माइल्ड (हल्के) माउथवॉश का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
ओरल सेक्स के संभावित फायदे
- ज्यादा यौन आनंद: ओरल सेक्स अक्सर सेक्स के दौरान ज्यादा आनंद देने वाला होता है। अगर यह सही तरीके से किया जाए तो यह दोनों पार्टनर के लिए एक बेहद सुखद अनुभव बन सकता है। इससे उत्तेजना बढ़ती है, शरीर और मन को संतुष्टि मिलती है और लोग ज़्यादा खुलकर अपनी इच्छाओं को बता पाते हैं [6]
- मजबूत रिश्ता और भावनात्मक जुड़ाव: ओरल सेक्स में सीधा शारीरिक संपर्क होता है, जिससे दोनों के बीच विश्वास और समझ बढ़ती है। ये आपके रिश्ते को और भी मजबूत बना सकता है और एक-दूसरे के प्रति अपनापन महसूस होता है।
- बेहतर बातचीत और समझ: जब कपल एक-दूसरे को ओरल सेक्स के ज़रिए समझने की कोशिश करते हैं, तो अक्सर वे अपनी पसंद-नापसंद और आराम के बारे में खुलकर बात करने लगते हैं। ये बातचीत दोनों को एक-दूसरे के और करीब ला सकती है।
ओरल सेक्स करते समय किन बातों का ध्यान रखें?
ओरल सेक्स के दौरान कुछ ज़रूरी बातें हैं, जो आपके अनुभव को सुरक्षित, स्वच्छ और सुखद बना सकती हैं:
- ओरल सेक्स तभी करें जब दोनों पार्टनर पूरी तरह से सहमत और तैयार हों। कोई कभी भी मना कर सकता है, और इसे मानना ज़रूरी है.
- ओरल सेक्स से पहले हल्के गुनगुने पानी और माइल्ड साबुन से जननांगों की सफाई करें। अगर आप घर से बाहर हैं तो बिना खुशबू वाले वाइप्स या गीले टिशू से सफाई करें।
- साल में कम से कम एक बार STI स्क्रीनिंग और डेंटल/ओरल चेकअप ज़रूर कराएं।
निष्कर्ष
ओरल सेक्स अपने पार्टनर के करीब आने का, एक-दूसरे को समझने और महसूस करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। लेकिन जैसे हर अच्छी चीज के साथ थोड़ी जिम्मेदारी आती है, वैसे ही यहां भी थोड़ी साफ़-सफाई, थोड़ा ध्यान और एक-दूसरे के साथ ईमानदारी ज़रूरी है। अगर आप दोनों कंफर्टेबल हैं, एक-दूसरे की सीमाओं की इज़्ज़त करते हैं और थोड़ा सुरक्षित रहकर यह करते हैं, तो ओरल सेक्स रिश्ते में गर्माहट और जुड़ाव ला सकता है। ये कोई ज़रूरी या ज़बरदस्ती की चीज़ नहीं, बल्कि आपसी पसंद का मामला है।
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