अशीष, बैंगलोर के एक 32 वर्षीय निवासी, अपनी पत्नी के साथ परिवार शुरू करने की खुशी की तलाश में हैं, लेकिन उन्हें कई सेक्सुअल स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने थायरॉइड और उच्च कोलेस्ट्रॉल की समस्याओं के चलते दवाइयां भी शुरू की हैं। इस कठिन समय में, अशीष ने अपनी समस्याओं का समाधान खोजने के लिए एक सेक्सुअल हेल्थ क्लिनिक की ओर रुख किया। यहाँ उन्होंने न केवल अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को समझने में मदद पाई, बल्कि एक व्यापक और व्यक्तिगत उपचार योजना के माध्यम से उन्हें एक नई उम्मीद भी मिली। इस यात्रा में अशीष के साथ उनकी पत्नी भी शामिल हैं, जो उनकी समस्याओं को समझती हैं और साथ मिलकर इसका समाधान ढूँढने में उनका साथ दे रही हैं। आइए, हम अशीष की इस यात्रा को जानें, जहां वे अपनी सेक्सुअल स्वास्थ्य समस्याओं को मात देते हुए, एक सुखद पारिवारिक जीवन की ओर अग्रसर हो रहे हैं।

समस्या और जीवन पर प्रभाव

अशीष बैंगलोर में रहने वाले 32 साल के व्यक्ति हैं। उन्होंने शादी के दो साल बाद से ही परिवार शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन सेक्सुअल स्वास्थ्य समस्याओं के कारण वे अपनी पत्नी के साथ संतुष्टिपूर्ण यौन जीवन नहीं बिता पा रहे थे। उन्हें इरेक्टाइल डिसफंक्शन, थायरॉइड और हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्याएं थीं, जिनके लिए उन्हें दवाइयां लेनी पड़ रही थीं।

अशीष और उनकी पत्नी बच्चे पैदा करना चाहते थे, लेकिन प्रयासों के बावजूद सफल नहीं हो पा रहे थे। सेक्स के दौरान अशीष को इरेक्शन तो होता था लेकिन उसे बनाए रखने में असमर्थ रहते थे, और 1 मिनट के अंदर ही स्खलन हो जाता था। यह स्थिति दोनों के बीच तनाव का कारण बन रही थी।

 उपचार की शुरुआत और डॉक्टर की सलाह

एक दिन जब अशीष फेसबुक ब्राउज़ कर रहे थे, उन्होंने एक पोस्ट देखी जो सेक्सुअल हेल्थ के बारे में थी। इस पोस्ट ने उन्हें काफी प्रभावित किया और वे तुरंत उस पोस्ट के नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके सीधे उस वेबसाइट पर पहुँच गए। इस वेबसाइट पर पहुंचकर, अशीष ने अपनी समस्याओं के समाधान की दिशा में एक नया कदम उठाया। जो पोस्ट और वेबसाइट अशीष ने देखी, वह Allo Health से संबंधित थी, जो भारत की सबसे बड़ी सेक्सुअल हेल्थ क्लिनिक्स की चेन के रूप में जानी जाती है। इस वेबसाइट पर उन्हें विभिन्न प्रकार के उपचार विकल्पों और सुविधाओं की जानकारी मिली, जिससे उन्हें अपनी समस्याओं के लिए सही सहायता प्राप्त करने का मार्ग मिल सका। Allo Health में उपलब्ध विशेषज्ञ डॉक्टरों और सुविधाओं के बारे में जानकारी होने से अशीष को उम्मीद जगी कि वे अपनी सेक्सुअल हेल्थ संबंधी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं।

वेबसाइट पर पहुंचकर, अशीष ने एक असेसमेंट लिया जिसमें उन्होंने अपनी समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस आकलन से विशेषज्ञ डॉक्टर उनकी स्थिति का सही असेसमेंट कर सके और उपयुक्त उपचार की सिफारिश कर सकें।

2 मिनट में अपने यौन स्वास्थ्य की स्वयं जांच करें
निःशुल्क रिपोर्ट प्राप्त करें
स्वयं जांच करें
87%
लोग अपनी समस्या के लिए विशेषज्ञ की सहायता प्राप्त कर पाये

असेसमेंट के बाद, अशीष ने 29 दिसंबर 2023 को बैंगलोर के एचएसआर ब्रांच में Allo Health में अपॉइंटमेंट बुक की। वहां डॉ. सिमरन शामनुर से उनकी मुलाकात हुई, जिन्होंने एम.बी.बी.एस. की डिग्री हासिल की है। डॉ. शामनुर की विशेषज्ञता शीघ्रपतन, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, अनोरगैस्मिया, युगल की सेक्स समस्याएं, वेजिनिस्मस और अन्य सेक्स संबंधित चिंताओं में है। पिछले छह महीनों में अकेले ही उन्होंने 2000 से अधिक मरीजों का सफल उपचार किया है।

डॉ. शामनुर ने अशीष की समस्याओं को इस प्रकार समझा:

सेक्सुअल हेल्थ कंसर्न्स: अशीष के पास इच्छा और प्रारंभिक इरेक्शन होता है, लेकिन वे इरेक्शन को यौन संबंध के लिए आवश्यक समय तक बनाए रखने में असमर्थ हैं। हालिया प्रयासों में संभोग असफल रही है।”

पार्टनर के साथ चर्चा: निदान में बेहतर स्पष्टता के लिए अशीष की पत्नी को परामर्श में शामिल करने की सिफारिश की गई।”

डॉक्टर शामनुर ने अशीष की पूरी स्थिति और स्वास्थ्य समस्याओं को गहराई से समझा और उनके लिए एक व्यापक उपचार योजना बनाई।

Advertisements
Ask allo sexpert ai
कोई सवाल?

Allo सेक्सपर्टएआई से पूछें

24x7 सेक्सुअल स्वास्थ्य संबंधित प्रश्नों के लिए एक AI समर्थित चैटबॉट।

मूल कारण, योगदानकारी कारक और निदान

अशीष की मुख्य समस्या इरेक्टाइल डिसफंक्शन थी जिसके कारण वे इरेक्शन को संभोग के लिए पर्याप्त समय तक बनाए नहीं रख पाते थे। उन्होंने स्वयं बताया:

“मेरे पास इच्छा और प्रारंभिक इरेक्शन होता है, लेकिन मैं इरेक्शन को यौन संबंध के लिए आवश्यक समय तक बनाए रखने में असमर्थ हूं। हालिया प्रयासों में सेक्स असफल रही है।”

इसके अलावा, अशीष थायरॉइड और डिस्लिपिडेमिया (हाई कोलेस्ट्रॉल) से भी पीड़ित थे और इसके लिए उन्हें दवाइयां लेनी पड़ रही थीं। विटामिन बी12 का स्तर भी कम था।

डॉक्टर ने जांच के बाद पाया कि इच्छा, उत्तेजना और ऑर्गैज्म सामान्य थे, लेकिन इरेक्शन की समस्याएं थीं। अशीष ने कहा:

पार्टनर के साथ कठिनाई के कारण सेक्स में समस्याएं हैं

इसके अलावा, अशीष की पत्नी को भी संभोग के दौरान जलन और असुविधा का अनुभव होता था, जो संभवतः वेजिनिस्मस की समस्या का संकेत था।

तो मूल समस्या इरेक्टाइल डिसफंक्शन थी, जिसमें योगदानकारी कारक थायरॉइड, हाई कोलेस्ट्रॉल, विटामिन की कमी, और पार्टनर में वेजिनिस्मस की संभावना थी। डॉक्टर ने इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर एक व्यापक निदान और उपचार योजना तैयार की।

विस्तृत उपचार योजना और तत्काल कार्रवाई

डॉ. सिमरन शामनुर ने अशीष की विशिष्ट स्थिति और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक व्यापक उपचार योजना तैयार की। इसमें निम्नलिखित शामिल थे:

दवाइयाँ: अशीष को इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए विशिष्ट दवाइयाँ दी गईं, जिससे उनके इरेक्शन की गुणवत्ता और अवधि में सुधार हो सके।

  • इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए पीडीई-5 (फॉस्फोडाइएस्टरेज-5) की दवाएं दी गईं। ये दवाएं शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह बढ़ता है और इरेक्शन की गुणवत्ता और अवधि में सुधार होता है। 
  • विटामिन बी12 की कमी के लिए विटामिन बी12 की गोलियां दिए गए।
  • थायरॉइड के लिए उनकी मौजूदा दवा की खुराक को अडजस्ट किया गया।

इस प्रकार, पीडीई-5 अवरोधक दवाओं के समूह से इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को लक्षित किया गया। साथ ही अन्य चिकित्सा स्थितियों को भी संबोधित किया गया जो सेक्सुअल स्वास्थ्य समस्याओं के लिए योगदानकारी थीं।

मनोचिकित्सा: यौन स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने में भावनात्मक सहायता महत्वपूर्ण होती है। इसलिए, अशीष को मनोचिकित्सा सत्रों में भाग लेने के लिए कहा गया।

जीवनशैली में बदलाव: उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह दी गई, जैसे व्यायाम, संतुलित आहार और पर्याप्त नींद।

पार्टनर के साथ संवाद: अशीष की पत्नी को भी उपचार प्रक्रिया में शामिल किया गया ताकि वे मिलकर इस समस्या से निपट सकें।

रेफरल उपचार: फोर्स्किन संबंधित समस्याओं के लिए अशीष को यूरोलॉजिस्ट से भी सलाह लेने को कहा गया।

तुरंत कार्रवाई के तौर पर, डॉक्टर शामनुर ने अशीष के लिए दो महीने बाद फॉलो-अप नियुक्ति निर्धारित की। इसमें उन्हें काउंसलर संजना श्याम से भी परामर्श लेने की सलाह दी गई।

काउंसलिंग में, अशीष को लुब्रिकेंट का उपयोग करते हुए फिंगर इंसर्शन तकनीक शुरू करने की सलाह दी गई। इसके अलावा, केगल एक्सरसाइज़ और नियमित फॉलो-अप भी शामिल किए गए।

इस प्रकार, उपचार योजना में दवाइयों, जीवनशैली परिवर्तन, काउंसलिंग और व्यावहारिक व्यायामों को शामिल किया गया ताकि अशीष की समस्याओं का समग्र समाधान किया जा सके।

फॉलो-अप और प्रगति रिपोर्ट

डॉ. सिमरन शामनुर ने अशीष के उपचार की प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए दो महीने बाद फॉलो-अप नियुक्ति निर्धारित की। इस फॉलो-अप में, उन्होंने संजना श्याम से परामर्श लेने की सलाह दी, जो एक विशेषज्ञ काउंसलर हैं।

संजना श्याम ने अशीष की प्रगति का जायजा लिया और निम्नलिखित सलाह दी:

“आज हम फिंगर इंसर्शन तकनीक और केगल व्यायाम के पालन की समीक्षा करेंगे। यदि प्रगति संतोषजनक है, तो हम और अधिक उन्नत तकनीकों की ओर बढ़ेंगे, जिसमें स्नातक योनि प्रशिक्षकों का उपयोग शामिल हो सकता है ताकि सेक्स को आसान बनाया जा सके।”

अशीष की पत्नी ने बताया कि सेक्स के दौरान वह जलन महसूस करती है। इस पर संजना ने कहा:

“हम सेक्स के दौरान दर्द को दूर करने के लिए विशिष्ट रणनीतियाँ विकसित करेंगे, जिससे सुनिश्चित होगा कि आप दोनों सेक्सुअल गतिविधियों में आराम से शामिल हो सकें।”

कुछ समय बाद एक और फॉलो-अप हुआ जिसमें संजना ने कहा:

“कभी-कभी लुब्रिकेशन में समस्या नोट की गई थी, जो सेक्स में दर्द और कठिनाई का कारण बन सकती है। हमें इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है।”

इस प्रकार, नियमित फॉलो-अप के दौरान अशीष और उनकी पत्नी की प्रगति पर नजर रखी गई और उपचार योजना में आवश्यक बदलाव किए गए। थेरेपिस्ट और डॉक्टर ने मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान किया।

आखिरी फॉलो-अप में, डॉ. शामनुर और संजना दोनों ने देखा कि अशीष काफी हद तक ठीक हो गए थे। डॉक्टर ने कहा:

“दवाइयों और उपचार की बदौलत, अशीष अब इच्छित इरेक्शन प्राप्त कर पाते हैं और उसे लंबे समय तक बनाए रख सकते हैं। उनकी यौन गतिविधि और संतुष्टि में काफी सुधार आया है।”

डॉक्टर ने कहा कि अब आशीष और उनकी पत्नी अपने माता-पिता बनने का सपना पूरा कर सकते हैं।

अशीष ने स्वयं भी बताया कि वे अब अधिक आत्मविश्वास और आनंद के साथ अपने यौन जीवन का आनंद ले रहे हैं।उन्हें दवाइयों के किसी गंभीर दुष्प्रभाव का भी अनुभव नहीं हुआ।

इस प्रकार, नियमित फॉलो-अप और उपचार योजना में आवश्यक बदलावों के साथ, अशीष अपनी सेक्सुअल समस्याओं पर काबू पा सके। थेरेपिस्ट, डॉक्टर और अशीष सभी इस उपलब्धि से संतुष्ट थे।

अशीष और उनकी पत्नी के लिए यह एक कठिन समय था क्योंकि वे परिवार बनाने की इच्छा रखते थे, लेकिन सेक्सुअल स्वास्थ्य समस्याएं उनके रास्ते में बाधा बन रही थीं। इरेक्टाइल डिसफंक्शन, प्रारंभिक स्खलन और संभोग के दौरान कठिनाई जैसी समस्याएं उनके बीच तनाव और निराशा पैदा कर रही थीं।

हालांकि, Allo Health की मदद से उन्होंने अपनी समस्याओं का सामना करने और उन पर काबू पाने का प्रयास किया। डॉ. सिमरन शामनुर और काउंसलर संजना श्याम की देखरेख में, उन्हें एक व्यापक उपचार योजना प्रदान की गई जिसमें दवाइयों, व्यावहारिक अभ्यासों और मनोवैज्ञानिक परामर्श शामिल थे।

दवाइयों और जीवनशैली में बदलाव के साथ-साथ, फिंगर इंसर्शन तकनीक, केगल अभ्यास और योनि प्रशिक्षकों जैसे कदमों से अशीष और उनकी पत्नी दोनों को सेक्स के दौरान होने वाली परेशानियों से निपटने में मदद मिली। साथ ही, संवाद और समर्थन के माध्यम से उनके रिश्ते में भी सुधार आया।

नियमित फॉलो-अप अनुवर्ती परामर्श के दौरान, डॉक्टर और थेरेपिस्ट दोनों ने देखा कि अशीष काफी हद तक ठीक हो गए थे। दवाइयों की बदौलत उन्हें इच्छित इरेक्शन प्राप्त करने और उसे लंबे समय तक बनाए रखने में सक्षम हो गए थे। अशीष ने खुद भी बताया कि उनकी यौन संतुष्टि और आत्मविश्वास में काफी सुधार आया है।

यद्यपि इस पूरी प्रक्रिया में समय लगा, लेकिन Allo Health के विशेषज्ञों की सहायता से अशीष और उनकी पत्नी अपनी यौन स्वास्थ्य समस्याओं पर काबू पा सके। उन्होंने न केवल अपने सेक्सुअल जीवन में सुधार किया बल्कि अपने संबंधों को भी मजबूत किया। यह उनके लिए बेहद संतोषजनक और सशक्तिकरण वाला अनुभव रहा।

Disclaimer

The following blog article provides general information and insights on various topics. However, it is important to note that the information presented is not intended as professional advice in any specific field or area. The content of this blog is for general educational and informational purposes only.

Book consultation

The content should not be interpreted as endorsement, recommendation, or guarantee of any product, service, or information mentioned. Readers are solely responsible for the decisions and actions they take based on the information provided in this blog. It is essential to exercise individual judgment, critical thinking, and personal responsibility when applying or implementing any information or suggestions discussed in the blog.

Read more