पुरुषों में सेक्स ड्राइव क्यों घटती है? कारण, लक्षण, टेस्ट और सुरक्षित इलाज की पूरी गाइड
पुरुषों में सेक्स ड्राइव या सेक्स पावर का कम होना कोई कमजोरी नहीं, बल्कि एक सामान्य और ट्रीटेबल मेडिकल स्थिति है, जो हार्मोन (जैसे टेस्टोस्टेरोन की कमी), इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, शीघ्रपतन, तनाव, नींद की कमी, खराब लाइफस्टाइल, रिश्तों में तनाव और कुछ दवाओं जैसे कई कारणों से होती है। सही डियग्नोसिस जैसे ब्लड टेस्ट, हार्मोन टेस्ट, शुगर, थायरॉइड, कोलेस्ट्रॉल, हार्ट हेल्थ की जांच और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित मेडिकल विकल्पों जैसे PDE5 inhibitors, वैक्यूम पंप, पेनाइल इम्प्लांट, टेस्टोस्टेरोन थेरपी, कपल और बेहविऑउरल थेरपी से इलाज किया जा सकता है। साथ ही, स्मोकिंग छोड़ना, शराब कम करना, रोज़ाना व्यायाम, अच्छी नींद, हेल्दी डाइट और मानसिक स्वास्थ्य सुधार सेक्स पावर और लिबीडो को प्राकृतिक रूप से बढ़ाते हैं। अच्छी बात यह है कि अधिकतर पुरुष सही उपचार और लाइफस्टाइल बदलाव से अपनी सेक्सुअल हेल्थ पूरी तरह वापस पा सकते हैं।
पुरुषों में सेक्स ड्राइव (libido) का कम होना, जल्दी थकान, इरेक्शन में कमी या सेक्स पावर गिरना आज बेहद आम समस्या बन चुकी है। लेकिन ज्यादातर पुरुष इसे कमजोरी मानकर छुपाते हैं, जबकि वैज्ञानिक रूप से यह शरीर, हार्मोन, मानसिक स्वास्थ्य, दवाओं, लाइफस्टाइल और रिश्तों के कई कारणों से जुड़ी एक सामान्य मेडिकल स्थिति है।
अच्छी बात यह है कि सही कारण पहचानकर, जांच करवाकर और लाइफस्टाइल सुधारकर, दवाओं या थेरेपी की मदद से अधिकतर पुरुष अपनी सेक्स ड्राइव और इरेक्शन दोनों वापस पा सकते हैं। यह कोई शर्म की बात नहीं, बल्कि शरीर का संकेत है कि अब उसे ध्यान देने की जरूरत है।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि पुरुषों में सेक्स ड्राइव क्यों घटती है, ED और कम libido के लक्षण कैसे पहचानें, डॉक्टर कैसे इसका निदान करते हैं, कौन-कौन से इलाज उपलब्ध हैं, और सेक्स पावर बढ़ाने के लिए किन लाइफस्टाइल और वैज्ञानिक तरीकों से सुधार लाया जा सकता है।
पुरुषों में सेक्स पावर क्यों कम होती है?
पुरुषों में कम सेक्स ड्राइव और सेक्स पावर में कमी दोनों अलग चीजें हैं, और इनके कारण भी अलग-अलग हो सकते हैं।
पुरुषों में सेक्स पावर कम होना, सेक्स ड्राइव का गिरना और इरेक्शन की समस्या अक्सर एक साथ देखी जाती हैं, लेकिन इनके कारण हमेशा एक जैसे नहीं होते। कई पुरुष इसे उम्र, कमजोरी या शर्म से जोड़कर अनदेखा कर देते हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि सेक्स पावर में कमी शरीर, दिमाग, हार्मोन, बीमारियों, दवाओं और रिश्तों जैसे कई गहरे कारकों से जुड़ी होती है। सही कारण को समझना ही उपचार की शुरुआत है। नीचे हम विस्तार से जानेंगे कि पुरुषों में सेक्स पावर क्यों कम होती है।
कम टेस्टोस्टेरोन (Low Testosterone)
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन वह मुख्य हार्मोन है जो यौन इच्छा, ऊर्जा, इरेक्शन, मांसपेशियों और मूड को नियंत्रित करता है। जब यह हार्मोन अचानक या धीरे-धीरे कम होता है तो सबसे पहले असर सेक्स ड्राइव और सेक्स पावर पर पड़ता है। यही वजह है कि लो टेस्टोस्टेरोन पुरुषों में कामेच्छा घटने का सबसे आम कारण माना जाता है।
इसके प्रमुख लक्षण नीचे दिए गए हो सकते हैं:
- लगातार थकान
- वजन बढ़ना
- मांसपेशियों में कमी
- इरेक्शन कमजोर हो जाना या न आना
- चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग
- सेक्स में रुचि कम होना
मेडिकल साइंस के अनुसार, टेस्टोस्टेरोन का स्तर 300 ng/dL से नीचे हो तो इसे Low Testosterone माना जाता है।
एरेकटाइल डिस्फंगक्शन
ED सेक्स पावर को सबसे सीधा प्रभावित करने वाली समस्या है क्योंकि इसमें लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आता या बना नहीं रहता। यह केवल मानसिक कारणों से नहीं बल्कि अधिकतर मामलों में शारीरिक कारणों से होता है।
ED पुरुषों की आत्मविश्वास, रिश्ते और सेक्स ड्राइव तीनों को प्रभावित करता है।
ED के प्रमुख कारण नीचे दिए गए हैं:
- डायबिटीज
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- हार्ट डिज़ीज
- धूम्रपान
- शराब
- कुछ दवाइयाँ
- परफॉर्मेंस एंग्जायटी
- तनाव
- मोटापा
- नसों का खराब होना
- उम्र के साथ नाड़ियों में रक्त प्रवाह का कम होना
Premature Ejaculation (PE)
PE (शीघ्रपतन) पुरुषों में सेक्स पावर और आत्मविश्वास दोनों को घटा देता है। जब कोई पुरुष बहुत जल्दी, यानि शुरू होने के 1-3 मिनट के अंदर ही स्खलित हो जाए, और वो या उसका साथी संतुष्ट न हो, तो इसे शीघ्रपतन (Premature ejaculation) कहा जाता है। कई बार पुरुष PE की वजह से सेक्स से बचने लगते हैं, जिससे समय के साथ libido भी कम हो सकती है।
इसके कारण परफॉर्मेंस एंग्जायटी, अत्यधिक उत्तेजना, तनाव और कुछ दवाइयों के दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
मानसिक स्वास्थ्य कारण
मानसिक तनाव पुरुषों की सेक्स ड्राइव पर सीधा और तेजी से प्रभाव डालता है। लगातार तनाव, चिंता और अवसाद सेक्स की इच्छा कम कर देते हैं, इरेक्शन खराब करते हैं और शरीर के हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ देते हैं।
नींद की कमी
अपर्याप्त नींद या sleep apnea शरीर में टेस्टोस्टेरोन को कम कर देता है। टेस्टोस्टेरोन कम होते ही libido और इरेक्शन दोनों प्रभावित होते हैं।
Sleep apnea, insomnia और रातभर जागना भी सेक्स ड्राइव गिराने का बड़ा कारण है।
लाइफस्टाइल कारण (Lifestyle Factors)
गलत जीवनशैली पुरुषों में सेक्स पावर कम होने के बड़े कारणों में से एक है
- अत्यधिक शराब
- धूम्रपान
- ड्रग्स
- जंक फूड व असंतुलित आहार
- व्यायाम की कमी
ये सभी रक्त प्रवाह, हार्मोन और ऊर्जा स्तर पर नकारात्मक असर डालते हैं, जिससे इरेक्शन भी कमजोर होता है और libido भी।
रिश्तों में समस्याएँ (Relationship Issues)
पुरुषों में सेक्स ड्राइव केवल शरीर से नहीं, रिश्ते की भावनात्मक स्थिति से भी जुड़ी होती है।
नीचे दी गई समस्याएँ भी सेक्स पावर कम कर सकती हैं।
- भरोसे की कमी
- रिश्ते में दूरी
- भावनात्मक निकटता की कमी
- लड़ाई–झगड़े
- सेक्शुअल कम्युनिकेशन की कमी
- Partner की तरफ से Rejection या cold behaviour
भावनात्मक तनाव पुरुषों के इरेक्शन और इच्छा दोनों को कम कर देता है।
दवाएँ जो सेक्स पावर कम कर सकती हैं
पुरुषों में सेक्स ड्राइव कम होने के पीछे सिर्फ शारीरिक या मानसिक कारण ही नहीं होते, कई बार इसकी जड़ कुछ दवाएँ होती हैं जिन्हें व्यक्ति किसी अन्य बीमारी के इलाज के लिए ले रहा होता है। कुछ दवाएँ libido कम करने और इरेक्शन पर असर डालने के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार मानी गई हैं जैसे एंटी डिप्रेसन्ट, हार्ट की बीमारियों की दवाएँ, ब्लड प्रेशर की दवाएँ, कुछ हॉर्मोनल दवाइयाँ आदि।
सेक्स पावर बढ़ाने के सुरक्षित और प्रैक्टिकल तरीके
पुरुषों में सेक्स पावर कम होना आज बेहद आम है, लेकिन इसका समाधान भी उतना ही वैज्ञानिक और सुरक्षित है, अगर इलाज सही तरीके से कराया जाए। इंटरनेट पर मिलने वाले नुस्खे, तेल या सप्लीमेंट अस्थायी या भ्रमित करने वाले हो सकते हैं, जबकि वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित तरीकों से वास्तविक और लंबे समय तक सुधार आता है।
आइए जानते हैं डॉक्टर के सुझाए हुए कुछ मेडिकल ऑप्शन के बारे में, जिन्हें बिना डॉक्टर की देखरेख के लेना सुरक्षित नहीं है।
मेडिकल कारणों का इलाज करवाएँ (Doctor-Based Medical Evaluation)
सेक्स पावर तभी ठीक होती है जब उसकी जड़ में मौजूद मेडिकल समस्या की पहचान हो।
डॉक्टर कुछ जरूरी टेस्ट कराते हैं, जिनसे पता चलता है कि समस्या किस वजह से है जैसे ब्लड शुगर, थायरॉइड, टेस्टोस्टेरोन लेवल, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर या कोई हार्ट की समस्या।
ये सभी ऑप्शन वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हैं और ED और PE दोनों में clinically effective माने जाते हैं।
इन्हें हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए।
ED (Erectile Dysfunction) के लिए:
- PDE5 Inhibitors (Viagra, Tadalafil): ये दुनिया में ED का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मेडिकल इलाज है। ये दवाएँ लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ाकर erection को मजबूत बनाती हैं।
लेकिन इन्हे बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए। - Vacuum Pump: यह एक FDA-approved device है। यह लिंग में वैक्यूम बनाकर रक्त भरता है और इरेक्शन बनाने में मदद करता है। यह दवा के बिना काम करने वाला सुरक्षित तरीका है।
- पेनाइल इम्प्लांट: यह एक मेडिकल डिवाइस है जिसे सर्जरी करके लिंग के अंदर लगाया जाता है, ताकि गंभीर एरेकटाइल डिस्फंगक्शन वाले पुरुष बिना दवा के भी इरेक्शन प्राप्त कर सकें। यह एक स्थायी समाधान माना जाता है और इसकी सफलता व संतुष्टि दर बहुत उच्च होती है।
- टेस्टास्टरोन थेरपी: अगर टेस्टोस्टेरोन बहुत ही कम हो तो यह libido और erection दोनों को बेहतर करती है। लेकिन सामान्य टेस्टोस्टेरोन वाले पुरुष के लिए यह खतरनाक हो सकती है।
शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) के लिए:
- Behavioral Therapy: इसमें डॉक्टर आपको साँस नियंत्रण, उत्तेजना कंट्रोल और मानसिक फोकस जैसी तकनीकें सिखाते हैं। यह प्राकृतिक और clinically effective तरीका माना जाता है।
- Stop–Start Method: उत्तेजना बढ़ने पर कुछ सेकंड रुककर फिर दोबारा शुरू करने की तकनीक। इससे स्खलन पर नियंत्रण बढ़ता है और समय धीरे-धीरे लंबा होता है।
- SSRIs Therapy: SSRIs आमतौर पर libido कम करते हैं, लेकिन डॉक्टर सही डोज में इन्हें ejaculation delay के लिए prescribe करते हैं। इन्हें बिना डॉक्टर की निगरानी के लेना हानिकारक हो सकता है।
- Numbing Creams: ये लिंग की संवेदनशीलता कम करके स्खलन देर से होने में मदद करते हैं। गलत उपयोग से सुन्नपन या irritation हो सकता है, इसलिए डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है।
लाइफस्टाइल सुधार
लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव सेक्स पावर, लिबीडो, स्टामिना और इरेक्शन पर गहरा असर डालते हैं। सही आदतें रक्त प्रवाह सुधारती हैं, हार्मोन संतुलित रखती हैं और मानसिक तनाव कम करती हैं, जो स्वस्थ यौन क्षमता के लिए सबसे ज़रूरी नींव है।
- स्मोकिंग छोड़ें: धूम्रपान रक्त प्रवाह कम करता है और ED के प्रमुख कारणों में से एक है।
- शराब कम करें: अत्यधिक शराब टेस्टोस्टेरोन कम करती है और erection को कमजोर बनाती है, जिससे सेक्स ड्राइव गिरती है।
- रोज़ 30 से 40 मिनट व्यायाम: नियमित व्यायाम रक्त प्रवाह बढ़ाता है, टेस्टोस्टेरोन सुधारता है और तनाव घटाता है, ये तीनों सेक्स पावर के लिए बेहद ज़रूरी हैं।
- नींद पूरी करें: 7 से 8 घंटे की गहरी नींद से टेस्टास्टरोन और लिबीडो दोनों स्थिर रहते हैं।
- हेल्दी डाइट: फाइबर, फल, नट्स, प्रोटीन और ओमेगा-3 से भरपूर डाइट libido, stamina और हार्मोन बैलेंस को बेहतर करती है, जबकि जंक फूड इसे बिगाड़ देता है।
मानसिक स्वास्थ्य सुधारें
तनाव सेक्स ड्राइव को सबसे ज्यादा दबाता है। इसलिए मानसिक स्वास्थ्य सुधारना हर पुरुष की प्राथमिकता होना चाहिए।
- मेडीटेशन: तनाव, एंग्जायटी और कॉर्टिसॉल यानि स्ट्रेस हॉर्मोन के लेवल कम करता है।
- थेरपी: मानसिक अवरोध, परफॉरमेंस ऐंगज़ाइइटीऔर रीलैशन्शिप स्ट्रेस को ठीक करती है।
- कपल कौनसेलिंग: जब सेक्स लाइफ पर रिश्तों का असर हो, तब यह सबसे प्रभावी तरीका है।
यह intimacy, trust और communication बेहतर बनाता है।
निष्कर्ष
सेक्स पावर या लिबीडो में कमी एक सामान्य और पूरी तरह ट्रीटेबल स्थिति है। यह शारीरिक, मानसिक, हार्मोनल और संबंधों से जुड़े कई कारणों की वजह से होती है। सही निदान, सही इलाज, और जीवनशैली सुधार से अधिकांश लोग अपनी सेक्सुअल हेल्थ वापस पा लेते हैं। अगर आप भी सोच रहे हैं कि आपके भीतर पहले जैसा “स्पार्क” क्यों नहीं है, तो याद रखें: यह कमजोरी नहीं, एक हेल्थ कंडीशन है, और इसका इलाज संभव है। किसी भी यौन स्वास्थ्य संबंधी समस्या में डॉक्टर से मिलना ही बेहतरीन उपाय है।
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