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पुरुषों में यौन प्रदर्शन और सेक्स टाइम बढ़ाने के लिए सिल्डेनाफिल (वियाग्रा), टाडालाफिल (सियालिस), वार्डेनाफिल और अवानाफिल सबसे असरदार मानी जाती हैं। सही खुराक और डॉक्टर की सलाह से इनका सेवन सुरक्षित है। शीघ्रपतन रोकने और इरेक्शन बेहतर बनाने के लिए डैपॉक्सेटिन या जीवनशैली सुधार भी मददगार हैं। इसके अलावा, जिनसेंग, ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस, अश्वगंधा जैसे हर्बल सप्लीमेंट्स भी libido और stamina बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन इनके प्रभाव हर व्यक्ति में अलग हो सकते हैं। नकली या अप्रमाणित सप्लीमेंट्स से बचना ज़रूरी है, क्योंकि ये खतरनाक हो सकते हैं।

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क्या आपने कभी महसूस किया है कि थकान, स्ट्रेस या बढ़ती उम्र की वजह से आपकी सेक्स लाइफ़ पहले जैसी नहीं रही? कई पुरुष इस दौर से गुज़रते हैं लेकिन खुलकर किसी से कह नहीं पाते। ऐसे में सबसे आसान रास्ता लगता है – सेक्स टैबलेट्स या पुरुष शक्ति बढ़ाने वाली गोलियाँ

टीवी, इंटरनेट और मेडिकल स्टोर्स पर इनके बारे में बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, जैसे: “कुछ ही मिनटों में असर”, “ज़िंदगी बदल देगी” वगैरह। लेकिन क्या ये गोलियाँ सच में इतनी असरदार हैं? और क्या ये आपके शरीर के लिए सुरक्षित भी हैं? इन्हीं सवालों के जवाब इस लेख में आपको मिलेंगे। हम बताएँगे:

  • सेक्स टैबलेट्स क्या हैं और कैसे काम करती हैं
  • इनमें कौन-सी दवाएँ और जड़ी-बूटियाँ मिलाई जाती हैं
  • बाज़ार में उपलब्ध प्रमुख विकल्प क्या हैं 
  • इनके फायदे, नुकसान और दुष्प्रभाव (side effects)
  • सुरक्षित उपयोग के लिए सही सावधानियाँ

तो अगर आप भी सोच रहे हैं कि ये गोलियाँ आपकी सेक्स लाइफ़ बदल सकती हैं या नहीं, तो पढ़ते रहिए, आगे आपको सारी सच्चाई पता चलेगी।

सेक्स टैबलेट्स क्या हैं?

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सेक्स टैबलेट्स वे दवाएँ या सप्लीमेंट्स हैं जिनका उद्देश्य यौन प्रदर्शन में सुधार करना होता है। ये तीन तरह की हो सकती हैं:

  • प्रिस्क्रिप्शन दवाएँ (Prescription Medicines) – ये डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली दवाएँ होती हैं, जैसे सिल्डेनाफिल (Viagra), टाडालाफिल (Cialis), वार्डेनाफिल (Levitra), अवानाफिल (Stendra) [1]।
  • ख़ास दवाएँ – ये खास समस्याओं के लिए दी जाती हैं, जैसे:
  • हर्बल/ओटीसी सप्लीमेंट्स – जिनमें जिनसेंग, ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस, जिन्कगो बिलोबा, एल-आर्जिनिन, जिंक, विटामिन ई जैसे तत्व मिलाए जाते हैं। ये बिना डॉक्टर के पर्चे के भी मिल जाते हैं [4]।
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जब बात आती है सेक्स लाइफ़ को बेहतर बनाने की, तो आपके लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी क्या है?
लंबे समय तक इरेक्शन (ज़्यादा देर टिकना)
जल्दी स्खलन से छुटकारा
सेक्स टाइम और स्टैमिना बढ़ाना
दवाओं के बिना नैचुरल तरीक़े अपनाना

सेक्स टैबलेट्स कैसे काम करती हैं?

इनका असर हर दवा और सामग्री पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्य तौर पर ये 5 तरह से काम करती हैं:इनका असर हर दवा और सामग्री पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्य तौर पर ये 5 तरह से काम करती हैं, जैसे [5]:

  • खून का बहाव बढ़ाना: लिंग में अधिक खून पहुँचने से मजबूत और लंबे समय तक चलने वाला इरेक्शन मिलता है।
  • नाइट्रिक ऑक्साइड बढ़ाना: एल-आर्जिनिन जैसे तत्व रक्त वाहिकाओं को फैलाते हैं, जिससे खून का बहाव बेहतर हो सकता है
  • हार्मोनल सपोर्ट: ट्रिबुलस जैसी जड़ी-बूटियाँ या TRT (टेस्टोस्टेरोन थेरेपी) पुरुष हार्मोन को सपोर्ट करती हैं।
  • कामोत्तेजक प्रभाव: जिनसेंग, हॉर्नी गोट वीड जैसी जड़ी-बूटियाँ यौन इच्छा बढ़ा सकती हैं।
  • ऊर्जा और सहनशक्ति: कुछ टैबलेट्स शरीर में ऊर्जा स्तर को बढ़ाकर परफॉर्मेंस और सेक्स पावर सुधारती हैं।

भारत में प्रचलित सेक्स टेबलेट्स और उनके विकल्प

  • वियाग्रा (Sildenafil): 30–60 मिनट पहले ली जाती है, असर 4–6 घंटे तक रहता है।
  • सियालिस (Tadalafil): असर 36 घंटे तक रह सकता है, “वीकेंड पिल” भी कहा जाता है।
  • लेविट्रा (Vardenafil): असर 5–6 घंटे तक, कुछ लोगों में वियाग्रा से बेहतर काम करती है।
  • अवानाफिल (Stendra): सबसे नया विकल्प, 15–30 मिनट में असर दिखा सकता है।
  • डैपॉक्सेटिन (Priligy): शीघ्रपतन के इलाज के लिए।
  • टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (TRT): हार्मोन की कमी होने पर।
  • ओटीसी / हर्बल सप्लीमेंट्स: जैसे जिनसेंग, जिन्कगो, अश्वगंधा, लेकिन इनके असर के वैज्ञानिक प्रमाण सीमित हैं [6]।

सेक्स टैबलेट्स मदद कर सकती हैं, लेकिन यह जानना ज़रूरी है कि हर दवा हर किसी के लिए नहीं होती। हमेशा अपनी स्वास्थ्य स्थिति और जरूरतों के हिसाब से ही दवा लें।

पुरुषों के लिए सेक्स टैबलेट के फायदे

  • इरेक्शन मजबूत और लंबे समय तक रहना
  • शीघ्रपतन को नियंत्रित करने में मदद
  • सेक्स करने की इच्छा (लिबिडो) बढ़ाना
  • यौन आत्मविश्वास और रिश्तों में सुधार

पुरुषों के लिए सेक्स टैबलेट के संभावित दुष्प्रभाव

हालाँकि ये सभी को नहीं होते, लेकिन सामान्य साइड इफेक्ट्स ये हो सकते हैं:

  • सिरदर्द
  • चेहरे पर लालिमा या गर्मी (Flushing)
  • अपच या पेट दर्द
  • चक्कर आना
  • नाक बंद होना
  • धुंधली दृष्टि या रंगों की पहचान में बदलाव
  • पीठ या मांसपेशियों में दर्द
  • एलर्जिक रिएक्शन
  • दुर्लभ मामलों में प्रियापिज़्म (4 घंटे से ज्यादा दर्दनाक इरेक्शन)

क्या करें और क्या न करें

 

           करें                    न करें
  हमेशा डॉक्टर से सलाह लें अप्रमाणित या नकली सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल न करें
  सही खुराक और समय का पालन करें अलग-अलग गोलियाँ मिलाकर न खाएँ
  केवल भरोसेमंद ब्रांड चुनें केवल गोलियों पर निर्भर न रहें, जीवनशैली सुधार भी ज़रूरी है
अपनी स्वास्थ्य स्थिति और अन्य दवाओं को ध्यान में रखें   साइड इफेक्ट्स को नज़रअंदाज़ न करें

 

सुरक्षित विकल्प और जीवनशैली सुधार 

  • जीवनशैली सुधारें: नियमित व्यायाम करें, संतुलित खाना खाएं, स्मोकिंग व शराब से दूरी बनाये [7]
  • तनाव प्रबंधन: ध्यान, योग, काउंसलिंग से आप तनाव पर काफी हद तक नियंत्रण पा सकते हैं [8]
  • अन्य चिकित्सीय विकल्प:
    • इंजेक्शन: सीधे लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ाना [9]
    • पंप: वैक्यूम उपकरण से इरेक्शन [10]
    • सर्जिकल विकल्प: पेनाइल इम्प्लांट, लंबे समय तक संतोषजनक परिणाम

निष्कर्ष

पुरुषों की यौन स्वास्थ्य के लिए सबसे सुरक्षित और प्रभावी विकल्प हैं डॉक्टर की सलाह से ली जाने वाली दवाएँ, जैसे – सिल्डेनाफिल, टाडालाफिल, वार्डेनाफिल, अवानाफिल। ओवर-द-काउंटर सप्लीमेंट्स अक्सर असत्यापित और खतरनाक होते हैं। और सबसे ज़रूरी बात: खुद से दवा शुरू न करें। यौन समस्या किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। डॉक्टर से सलाह लें और सुरक्षित विकल्प चुनें।

Disclaimer

"निम्नलिखित लेख विभिन्न विषयों पर सामान्य जानकारी प्रदान करता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्रस्तुत की गई जानकारी किसी विशिष्ट क्षेत्र में पेशेवर सलाह के रूप में नहीं है। यह लेख केवल शैक्षिक और सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है।"

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