Quick Read

Shilajit Oil के बारे में किए गए दावे, जैसे मर्दाना शक्ति, स्टैमिना और यौन क्षमता बढ़ाना, ज्यादातर पारंपरिक मान्यताओं और मार्केटिंग पर आधारित हैं, न कि वैज्ञानिक प्रमाणों पर। शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड और खनिज शरीर के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन ये लाभ तभी मिलते हैं जब इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार सही मात्रा में सेवन किया जाए, न कि त्वचा पर लगाने से। इन तेलों के उपयोग से अस्थायी गर्माहट या आत्मविश्वास में सुधार महसूस हो सकता है, लेकिन इसे इलाज समझना गलत है। किसी भी यौन समस्या के लिए खुद से उपचार करने की बजाय डॉक्टर या सेक्सोलॉजिस्ट से सलाह लेना ही सबसे सुरक्षित और प्रभावी तरीका है।

Read more

आजकल बाज़ार में कई तरह के आयुर्वेदिक तेल “पुरुष शक्ति बढ़ाने” के नाम पर बेचे जा रहे हैं। इनमें सबसे ज़्यादा लोकप्रिय नामों में से एक है शिलाजीत ऑयल।

शिलाजीत ऑयल एक हर्बल मालिश तेल के रूप में बाज़ार में लोकप्रिय है। कहा जाता है कि इसमें प्राकृतिक तत्व मिलाए जाते हैं, जो शरीर को ऊर्जा और स्फूर्ति देने में मदद करते हैं।
ऑनलाइन बाजार में Dr Vaidya और Diamond Shilajit Oil जैसे कई उत्पाद इसी तरह के दावे करते हैं, लेकिन अब तक इन दावों को किसी वैज्ञानिक संस्था ने प्रमाणित नहीं किया है।

लेकिन सवाल यह है क्या वाकई ऐसा होता है? क्या इन दावों के पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण हैं, या ये केवल प्रचार का हिस्सा हैं? 

allo avatar Allo asks
क्या आपको लगता है कि शिलाजीत ऑयल वास्तव में यौन कमजोरी में असरदार होता है?
हाँ
नहीं

Talk to a Certified Sexologist

Instant online call in 5 mins

Start Consultation at ₹99
Banner image

शिलाजीत ऑयल के बताए जाने वाले फायदे

कई ब्रांड दावा करते हैं कि शिलाजीत ऑयल पुरुषों की यौन शक्ति और स्टैमिना बढ़ाने में मदद करता है।  इनमें मुख्य रूप से शिलाजीत, अश्वगंधा, लौंग का तेल, और जायफल जैसे पारंपरिक तत्व शामिल होते हैं,
जिनके बारे में माना जाता है कि ये शरीर को स्फूर्तिवान बनाते हैं और ऊर्जा बढ़ाते हैं।

हालांकि, ये दावे परंपरागत मान्यताओं पर आधारित हैं, किसी भी वैज्ञानिक प्रमाण पर नहीं।
इन तेलों के प्रचार में जो फायदे बताए जाते हैं, वे आमतौर पर इस प्रकार हैं:

  • मर्दों की सेक्स पावर और स्टैमिना बढ़ाने में मददगार बताया जाता है।
  • शरीर में रक्त संचार को बेहतर करके ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाने का दावा किया जाता है।
  • स्थानीय मांसपेशियों को मजबूत कर सहनशक्ति में सुधार लाने की बात कही जाती है।
  • नियमित मालिश से ऊर्जा, मूड और आत्मविश्वास में सुधार का दावा।
  • शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) और एरेकटाइल डिस्फंगक्शन में सहायक बताया जाता है।
  • शरीर में टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाने और यौन उत्तेजना को बनाए रखने की बात कही जाती है।
  • सेक्स के दौरान थकान और कमजोरी को कम करने में मददगार माना जाता है।

ऐसे उत्पादों को अक्सर “100% प्राकृतिक” बताया जाता है, लेकिन इनमें मौजूद मिश्रण का अनुपात और प्रभाव के बारे में कोई साइअन्टिफिक प्रूफ मौजूद नहीं हैं। इसलिए इन्हें उपयोग करने से पहले चिकित्सकीय राय लेना आवश्यक है।

शिलाजीत ऑयल के प्रमुख तत्व

कई उत्पादों में अलग-अलग जड़ी-बूटियाँ और तेल मिलाए जाते हैं, लेकिन आमतौर पर इनमें निम्नलिखित घटक पाए जाते हैं:

Check Your Sexual Health

Take a quick 2-min self test

Start Free Assessment
Banner image

आमतौर पर पाए जाने वाले तत्व

  • शिलाजीत (Shilajit): इसमें फुल्विक एसिड और खनिज होते हैं जो शरीर की ऊर्जा और मेटाबॉलिज्म को सपोर्ट करते हैं।
  • अश्वगंधा: यह तनाव को कम करने और हार्मोनल संतुलन में सहायक मानी जाती है।
  • लौंग का तेल: अस्थायी गर्माहट और रक्त प्रवाह में सुधार के लिए उपयोग किया जाता है।
  • जायफल: पारंपरिक रूप से इसे उत्तेजना और मूड सुधारने वाला तत्व माना जाता है।

शिलाजीत ऑयल के इन घटकों की मात्रा और प्रभाव ब्रांड के अनुसार बदल सकते हैं। कोई भी तेल उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

क्या शिलाजीत ऑइल के दावे किए गए फायदे सच है?

हालांकि शिलाजीत में कुछ लाभकारी गुण होते हैं, लेकिन उन्हें त्वचा पर लगाने से यौन क्षमता या इरेक्शन पर प्रभाव पड़ता है, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
कई बार लोग इस तेल को “प्राकृतिक इलाज” मानकर लंबे समय तक इस्तेमाल करते हैं, जिससे जलन, एलर्जी या त्वचा पर दाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

वैज्ञानिक तथ्यों के अनुसार:

  • शिलाजीत में पाए जाने वाले तत्व जैसे फुल्विक एसिड और खनिज शरीर को पोषण देते हैं, लेकिन यह तभी असर करते हैं जब इन्हें सही मात्रा में खाया जाए।
  • बाहरी मालिश से टेस्टोस्टेरोन नहीं बढ़ता, इसके लिए कोई प्रमाण नहीं है।
  • “शीघ्रपतन और एरेकटाइल डिस्फंगक्शन ” जैसे दावे पूरी तरह सही नहीं हैं।

इंटरनेट या टीवी विज्ञापनों में दिखाए गए परिणाम भ्रामक हो सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति को यौन कमजोरी, शीघ्रपतन या इरेक्शन से जुड़ी समस्या है, तो उसे डॉक्टर, यूरोलॉजिस्ट या एंड्रोलॉजिस्ट से परामर्श करना चाहिए। स्वयं से तेलों या दवाओं का प्रयोग करना नुकसानदेह हो सकता है।

यौन स्वास्थ्य से जुड़ी हर समस्या का कारण अलग होता है  जैसे हार्मोनल असंतुलन, तनाव, या रक्त प्रवाह की दिक्कतें। इसलिए किसी तेल या हर्बल उत्पाद पर निर्भर रहना सही इलाज नहीं है।

शिलाजीत ऑयल के साइड इफेक्ट्स

भले ही ये तेल “नेचुरल” कहे जाते हैं, फिर भी हर व्यक्ति की त्वचा और शरीर की प्रतिक्रिया अलग होती है। गलत उपयोग या मिलावट वाले उत्पाद से नुकसान हो सकता है।

संभावित दुष्प्रभाव:

  • त्वचा पर जलन या खुजली
  • लाल दाग या एलर्जी
  • अत्यधिक गर्मी या जलन महसूस होना
  • कुछ लोगों में सिरदर्द या बेचैनी
  • लंबे समय तक उपयोग से त्वचा पर रैशेज या दाग

किसी भी आयुर्वेदिक उत्पाद को “सुरक्षित” मान लेना सही नहीं है जब तक उसकी जांच न की गई हो।

निष्कर्ष

शिलाजीत ऑइल को लेकर जितने भी दावे किए जाते हैं, वे ज़्यादातर पारंपरिक मान्यताओं और प्रचार पर आधारित हैं, न कि वैज्ञानिक प्रमाणों पर।

शिलाजीत एक शक्तिशाली प्राकृतिक पदार्थ है, लेकिन इसका सही फायदा तभी मिलता है जब इसे चिकित्सक की सलाह से, उचित रूप में सेवन किया जाए, त्वचा पर तेल के रूप में लगाने से नहीं।

किसी भी तरह की यौन समस्या को गंभीरता से लें और स्वयं इलाज के बजाय डॉक्टर या सेक्सोलॉजिस्ट से सलाह ज़रूर लें।
सच्चा सुधार केवल समझदारी, सही निदान और चिकित्सकीय मार्गदर्शन से ही संभव है।

 

Need to talk about sex?

Connect privately, anytime

Chat on WhatsApp
Banner image
Disclaimer

"The following blog article provides general information and insights on various topics. However, it is important to note that the information presented is not intended as professional advice in any specific field or area. The content of this blog is for general educational and informational purposes only.

Book consultation

The content should not be interpreted as endorsement, recommendation, or guarantee of any product, service, or information mentioned. Readers are solely responsible for the decisions and actions they take based on the information provided in this blog. It is essential to exercise individual judgment, critical thinking, and personal responsibility when applying or implementing any information or suggestions discussed in the blog."

Read more